लखनऊ में आयोजित आम महोत्सव में उत्तराखंड की 42 किस्मों के आमों का प्रदर्शन किया गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने जन्मस्थान के गाँव के आम को देखकर बहुत खुश हुए। आम देखते ही उन्होंने कहा कि ये तो मेरे जन्मस्थान के हैं। वह काफी समय तक स्टॉल पर रुके रहे। उत्तराखंड के आम की दस किस्मों को पुरस्कार प्राप्त हुए।
शुक्रवार को लखनऊ में आम महोत्सव का आयोजन हुआ, जिसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। उत्तराखंड उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक बृजेश गुप्ता ने बताया कि महोत्सव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यमकेश्वर क्षेत्र के आमों के स्टॉल भी लगाए गए थे।
मेरा जन्म यहीं हुआ है…
उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री योगी स्टॉल का निरीक्षण करने लगे। जब उन्होंने अपने जन्मस्थान यमकेश्वर क्षेत्र के आम देखे तो बहुत प्रसन्न हुए। आम देखते ही बोले, “ये तो मेरे जन्मस्थान के हैं, मेरा जन्म यहीं हुआ है।” इस दौरान उन्होंने उत्तराखंड के विभिन्न स्थानों और वहाँ की आम की किस्मों के बारे में भी जानकारी ली।
दून के साथ ही उत्तराखंड के कई क्षेत्रों के आम का हुआ प्रदर्शन
लखनऊ में आयोजित आम महोत्सव में 700 से अधिक किस्मों के आमों का प्रदर्शन किया गया। इस महोत्सव में उत्तराखंड के यूएसनगर, देहरादून, रामनगर, कालसी और हरिद्वार के आम प्रदर्शित किए गए। देहरादून से विशेष रूप से 4 किस्मों के आम शामिल किए गए थे।
उत्तराखंड के 10 प्रजाति को मिले पुरस्कार
लखनऊ में आयोजित आम महोत्सव में उत्तराखंड की दस किस्मों को पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। उत्तराखंड उद्यान विभाग के संयुक्त निदेशक बृजेश गुप्ता ने बताया कि उत्तराखंड में उगाए जाने वाले बांबेग्रीन, गौरजीत, और श्रैष्ठा को प्रथम पुरस्कार मिला है। वहीं, रेटोल, पीतांबर, अरुणिमा, और लालिमा को द्वितीय पुरस्कार मिला। लखनऊ सफेदा, मल्लिका, और सूर्या को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।