ब्राइवेंट विलेज योजना के तहत सीमावर्ती गांव जादूंग में पहले चरण में 3.65 करोड़ रुपये की लागत से 6 होमस्टे का निर्माण सितंबर में शुरू किया गया था। हालांकि, शीतकाल के बढ़ने और गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट बंद होने के कारण इस परियोजना पर फिलहाल काम रोक दिया गया है।
जनपद में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए चल रहे दो प्रमुख प्रोजेक्टों पर शीतकाल के कारण कार्य रुक गया है। इनमें एक जादूंग गांव में बन रहे होमस्टे और दूसरा गंगोत्री धाम के पास लंका में निर्माणाधीन देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र (एसएलसीसी) है। हालांकि, एसएलसीसी के पत्थर कटिंग कार्य को ग्रामीण निर्माण विभाग हीना के तहत करवाने की योजना बनाई जा रही है।
दरअसल, इन दोनों बड़े प्रोजेक्टों पर काम इस साल ही शुरू हुआ था। केंद्र सरकार की ब्राइवेंट विलेज योजना के तहत सीमावर्ती गांव जादूंग में पहले चरण में 3.65 करोड़ रुपये की लागत से 6 होमस्टे बनाने का कार्य सितंबर में शुरू हुआ। इन 6 होमस्टे में से 4 की नींव लगभग तैयार हो चुकी है। हालांकि, शीतकाल के बढ़ने और गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट बंद होने के कारण इस काम पर फिलहाल रोक लग गई है, और यह जून 2025 में फिर से शुरू होगा।
36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य
वहीं, देश का पहला हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र वर्ष 2020 में स्वीकृत हुआ था, जिसमें हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र, कैफेटेरिया और वन विभाग सुविधा भवन के निर्माण पर लगभग 6 करोड़ रुपये खर्च होंगे। लेकिन पूर्व में इस प्रोजेक्ट का काम लंबे समय तक लटका रहा। इसी साल मार्च-अप्रैल से साइट डेवलपमेंट के साथ काम शुरू हुआ, जिसे 36 महीने में पूरा करने का लक्ष्य है।
गंगोत्री धाम से लंका तक कड़ाके की सर्दी बढ़ने के कारण शीतकाल में निर्माण कार्य नींव निर्माण से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ठंड के कारण श्रमिक साइट पर 11 बजे तक नहीं पहुंच पाते हैं, और दोपहर 2 बजे के बाद सर्द हवाएं चलने लगती हैं, जिससे निर्माण कार्य संभव नहीं हो पाता।
पर्यटन के लिए जरूरी हैं दोनों प्रोजेक्ट
जादूंग में होमस्टे और लंका में हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र सीमांत जनपद में पर्यटन को नया आयाम प्रदान करेंगे। जादूंग में होमस्टे बनने से पर्यटकों को ठहरने का अच्छा स्थान मिलेगा, और वे स्थानीय जाड़ समुदाय की संस्कृति और खान-पान से परिचित हो सकेंगे। वहीं, लंका में हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र पर्यटकों को गंगोत्री नेशनल पार्क के प्राकृतिक आवास में हिम तेंदुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगा।
ठंड के कारण गंगोत्री धाम के पास लंका में निर्माणाधीन हिम तेंदुआ संरक्षण केंद्र का कार्य प्रभावित हो रहा है। केंद्र के निर्माण के लिए पत्थर कटिंग का कार्य हिना के निकट शुरू कराने की योजना है। – डीएस बागड़ी, ईई ग्रामीण निर्माण विभाग।
जादूंग पहले चरण में 6 में से 4 होमस्टे की नींव लगभग तैयार कर ली गयी है। शीतकाल में गंगोत्री नेशनल पार्क के गेट बंद होने के चलते अब यह काम अगले साल जून माह में शुरू करा जाएगा। -डीएस राणा, सहायक अभियंता जीएमवीएन।