बच्चे अपने मवेशियों को चराने यमुना नदी के किनारे गए थे। गर्मी की वजह से वे वहीं नहाने लगे। तभी जल विद्युत परियोजना का पानी छोड़ दिया गया।
यमुनोत्री हाईवे पर खरादी के पास यमुना नदी पर स्थित लघु जल विद्युत परियोजना से अचानक पानी छोड़ा गया। उस समय नदी तट पर नहा रहे आधा दर्जन बच्चों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पानी छोड़े जाने से पहले सायरन नहीं बजाया गया था। इस लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था।
सूत्रों के अनुसार, बुधवार को यमुनोत्री हाईवे पर खरादी कस्बे के पास क्षेत्र के बच्चे अपने मवेशियों को चराने के लिए यमुना नदी तट पर गए थे। गर्मी की वजह से बच्चे नदी में नहाने लगे। इसी दौरान, जल विद्युत परियोजना से अचानक पानी छोड़ा गया। नदी का जलस्तर बढ़ता देख आसपास के लोगों ने शोर मचाया, जिससे बच्चों ने तेजी से भागकर अपनी जान बचाई।
अब सायरन नहीं बजाया जा रहा
क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता मनमोहन सिंह चौहान ने इसे परियोजना प्रबंधन की लापरवाही बताया और प्रशासन से हस्तक्षेप की मांग कर भविष्य में पानी छोड़ने की चेतावनी व सायरन बजाने की व्यवस्था करने की मांग की। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले परियोजना प्रबंधन के द्वारा पानी छोड़े जाने से पहले सायरन बजाकर आगाह किया जाता था, लेकिन अब सायरन नहीं बजाया जा रहा है, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
बताया कि विगत माह भी ऐसी ही लापरवाही के कारण गंगनानी कुंड के निकट यमुना नदी में एक व्यक्ति फंस गया था, जिसे एसडीआरएफ के जवानों ने बचाया था।
सायरन के साथ ही चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं। सायरन की आवाज कम होने से समस्याआ रही है। इसकी की आवाज बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। -नीरज भट्ट, परियोजना प्रबंधक।