गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर बोल्डर-पत्थर गिरने से कई स्थानों पर मार्ग बंद, फंसे लोग स्वयं रास्ता खोलने की कोशिश में

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गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर जगह-जगह बोल्डर और पत्थर गिरने के कारण मार्ग बंद हैं। कुछ स्थानों पर बीआरओ हाईवे को फिर से खोलने में लगी हुई है, जबकि कई स्थानों पर फंसे हुए लोग स्वयं रास्ता खोलने में जुटे हुए हैं। लगातार बारिश और बोल्डर-पत्थर गिरने से समस्या बनी हुई है।

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंदरकोट और रतुडी शेरा के पास मलबा और पत्थर गिरने के कारण बाधित हो गया है। बीआरओ इस मार्ग को फिर से खोलने की कोशिश कर रही है। यमुनोत्री हाईवे भी विभिन्न स्थानों पर बंद है। इसके अलावा, गौचर के पास बदरीनाथ हाईवे भी बंद है, जिससे लोग खुद पत्थरों को हटाने में लगे हुए हैं।

एनएच बड़कोट यमुनोत्री मार्ग को फिर से खोलने की कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर, गौचर के पास कमेड़ा में बदरीनाथ हाईवे बंद है। रात की बारिश के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। हाईवे खुलने में देरी होने पर लोग खुद पत्थर और गिरे हुए पेड़ हटाने में लगे हुए हैं।

एनएच को सूचित करने के बावजूद मशीनें मौके पर नहीं पहुंची हैं। पहले भी हाईवे समय पर नहीं खोले जाने के कारण कार्यदायी संस्था के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है।

यमुनोत्री घाटी में मध्य रात्रि हुई मूसलाधार बारिश के कारण यमुनोत्री हाईवे पर जगह-जगह मलबा, बोल्डर और पत्थर गिरने से मार्ग बंद हो गया है।

सुबह चार बजे से श्रद्धालुओं और स्थानीय लोग विभिन्न स्थानों पर फंसे हुए हैं और हाईवे के खुलने का इंतजार कर रहे हैं।

घंटों तक जेसीबी मशीन न पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने वाहन चालकों के साथ मिलकर एक घंटे की कठिन मेहनत की। उन्होंने खनेडा पुल और कुथनौर के बीच से बोल्डर और पत्थर हटाकर वाहनों को जोखिम के साथ पास किया। फंसे हुए कुली एजेंसी के मंगल सिंह ने बताया कि बहुत देर बाद सभी ने मिलकर स्वयं बोल्डर और पत्थर हटाकर वाहनों को आगे बढ़ाया।