भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है। विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर आपदा और कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है, जबकि प्रदेश सरकार ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है।
उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण विधानसभा में तीन दिवसीय मानसून सत्र शुरू हो गया है। आज सत्र का पहला दिन था। सबसे पहले सदन में दिवंगत विधायकों को श्रद्धांजलि दी गई। शोक प्रस्ताव के बाद सदन की कार्यवाही शाम पांच बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इसके बाद, पांच बजे के बाद सदन में तीन विधेयक पेश किए गए। इसके बाद सत्र की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
भराड़ीसैंण में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है। विपक्ष ने सदन के अंदर और बाहर आपदा और कानून व्यवस्था सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना बनाई है, जबकि प्रदेश सरकार ने विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए रणनीति तैयार की है। यह पहली बार है जब भराड़ीसैंण में मानसून सीजन के दौरान सत्र आयोजित किया जा रहा है।
सत्र के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण, संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल सहित अन्य मंत्री और विधायक भराड़ीसैंण पहुंच चुके हैं। करीब डेढ़ साल बाद सरकार के आगमन से भराड़ीसैंण में रौनक लौट आई है।
तीन दिवसीय सत्र में प्रदेश सरकार की ओर से कल पांच हजार करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में पेश किया जाएगा। इसके अलावा कई विधेयक व प्रतिवेदन रिपोर्ट पटल पर रखी जाएगी।
विपक्ष ने केदारनाथ सहित प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में आई आपदा, महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बढ़ते मामलों, और भ्रष्टाचार के मुद्दों पर सदन के अंदर और बाहर सरकार को घेरने की योजना बनाई है। इसके विपरीत, सत्ता पक्ष सदन में विपक्ष के हर सवाल का मजबूती से जवाब देने के लिए तैयार है।
सदन को गरमाएंगे पांच सौ से अधिक सवाल
विधानसभा सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के सवाल सदन को गर्माएंगे। विधानसभा सचिवालय को 500 से अधिक सवाल प्राप्त हुए हैं, जिन पर सत्र में चर्चा होगी।
विधानसभा सचिवालय ने सत्र की पूरी तैयारी कर ली है। अफसरों को सुरक्षा व्यवस्था के साथ बिजली, पानी और अन्य सुविधाओं को ठीक रखने के निर्देश दिए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि सत्र व्यवस्थित और सुचारू रूप से चलेगा और उन्हें लग रहा है कि सभी व्यवस्थाएं सही हैं।