चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित

Chamoli Uttarakhand

मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से धुर्मा और ग्वाड़ गांव को जोड़ने वाले दो पैदल पुल बह जाने की वजह से इन गांवों के 44 परिवारों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है। यह स्थिति अत्यधिक चिंताजनक है, क्योंकि इन परिवारों को अब आवश्यक सुविधाओं और सेवाओं तक पहुँचने में कठिनाई हो सकती है। राहत और पुनर्वास के उपाय जल्द से जल्द किए जाने की आवश्यकता है ताकि इन प्रभावित परिवारों की मदद की जा सके और उनका संपर्क फिर से बहाल किया जा सके।

चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश ने जन-जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। रुद्रप्रयाग की तुंगनाथ घाटी में मूसलाधार बारिश के कारण आकाशकामिनी नदी उफान पर आ गई, जिससे कुंड-ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर हाईवे कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गया और हाईवे पर गहरी दरारें पड़ गईं। कई लोग अपने परिवार के साथ देर रात घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए। प्रशासन की टीम ने हालात का जायजा लिया और स्थानीय स्कूल और पंचायत भवनों को राहत शिविर में बदलने की तैयारी की जा रही है।

चमोली के नंदानगर में भारी बारिश से कई गांवों में कृषि भूमि और घरों को बड़ा नुकसान हुआ है। मोक्ष नदी का जलस्तर बढ़ने से धुर्मा और ग्वाड़ गांवों को जोड़ने वाले दो पैदल पुल बह गए, जिससे इन गांवों के 44 परिवारों का अन्य क्षेत्रों से संपर्क टूट गया है। मोक्ष नदी का पानी और मलबा सेरा बाजार के घरों में घुस गया, जिससे लोग रातभर अफरा-तफरी में रहे। नदी के तेज बहाव के कारण सैकड़ों नाली भूमि नष्ट हो गई है और फसलों को भी गंभीर क्षति पहुंची है। क्षेत्र की सड़कों को भी कई जगहों पर नुकसान हुआ है।

भेंटी गांव में शनिवार रात बिजली गिरने से पूरण सिंह की भैंस की मौत हो गई। इसी दौरान, घर में सो रहे पूरण सिंह के पिता नारायण सिंह सहित तीन लोग बेहोश हो गए। तहसील प्रशासन की टीम प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर चुकी है।