दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे: इस तारीख को होगा उद्घाटन, पीएम मोदी के रोड शो की संभावना

Dehradun

गणेशपुर से आशारोड़ी तक 14 किमी लंबा एलिवेटेड रोड बनाया गया है। इसमें वन्यजीवों के लिए 12 किमी का खास एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया गया है, जो एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव कॉरिडोर है।

दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के उद्घाटन का लंबा इंतजार अब खत्म होने वाला है। बताया गया है कि इसके उद्घाटन के लिए दो तारीखें तय की गई हैं। पहले चरण (अक्षरधाम से ईस्टर्न पेरिफेरल वे तक) का उद्घाटन 17 या 20 दिसंबर को किया जाएगा। इस मौके पर पीएम मोदी का भव्य कार्यक्रम और रोड शो भी हो सकता है। उम्मीद है कि उद्घाटन के एक से दो हफ्ते बाद देहरादून से भी इस एक्सप्रेसवे पर वाहन चलने लगेंगे।

एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी विशाल गुप्ता ने बताया कि देहरादून के लिए अभी कोई तारीख नहीं आई है। हालांकि इसका काम पूरा हो चुका है। सिर्फ डाटकाली मंदिर को जोड़ने के लिए एक ब्रिज बनाया जा रहा है , लेकिन उससे एलीवेटेड रोड के वाहन संचालन पर असर नहीं पड़ेगा।

दो हिस्सों में पूरा हुआ निर्माण

प्रथम खंड में सहारनपुर जिले के गणेशपुर से शुरू होकर आशारोड़ी तक 14 किमी. लंबा एलिवेटेड रोड बनाया गया है। इसमें वन्यजीवों के लिए खासकर बनाया गया 12 किमी का एलिवेटेड कॉरिडोर एशिया का सबसे लंबा वन्यजीव कॉरिडोर है। मेरठ-दिल्ली-सहारनपुर से आने वाले वाहन गणेशपुर से अब एलिवेटेड रोड के जरिये दून में प्रवेश करेंगे। दूसरे खंड में 32 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड है, इसमें दिल्ली खंड का 17 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड, जबकि शेष 15 किलोमीटर गाजियाबाद और बागपत जिले की सीमा में है। यह एक्सप्रेसवे अक्षरधाम से शुरू होकर बागपत जिले के मवीकला गांव में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जुड़ रहा है।

 

एक नजर

– कुल लंबाई : 210 किलोमीटर

– प्रारंभिक बिंदु : देहरादून में आशारोड़ी

– अंतिम बिंदु : अक्षरधाम

 

इन्फ्रास्ट्रक्चर

– एक्सप्रेस वे पर वाहनों की आवाजाही की पूरी निगरानी रहेगी। एक्सप्रेस वे को स्मार्ट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से लैस किया गया है।

– एक्सप्रेस वे पर आपातकालीन सुविधाएं जैसे एम्बुलेंस और वाहनों की मरम्मत के लिए सर्विस स्टेशन आदि का इंतजाम किया जाएगा।

– यात्रियों की सुविधा के लिए फूड कोर्ट, फ्यूल स्टेशन और पार्किंग सुविधाओं का भी इंतजाम रहेगा।