बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हुई हिंसा की घटनाओं के कारण हिंदुओं को अपने घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। दिनेशपुर में हो रही हिंसा को देखते हुए, कई लोगों के रिश्तेदार बांग्लादेश में हैं और वे अपने रिश्तेदारों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं को अपने घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है क्योंकि वहां हिंसा, उपद्रव और आगजनी की घटनाएं लगातार हो रही हैं। दिनेशपुर क्षेत्र की हिंसा को देखते हुए, कई लोगों के रिश्तेदार बांग्लादेश में हैं और वे अपने रिश्तेदारों की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित हैं। फोन पर लोग अपने प्रियजनों की सलामती की जानकारी ले रहे हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश लोग एक ही स्थान पर रुक रहे हैं। ग्रामीण सुरक्षा में सामूहिक पहरेदारी कर रहे हैं।
महिलाओं को एक ही स्थान पर रखा गया है
सुंदरपुर निवासी अमृत विश्वास बताते हैं कि उनकी सगी मौसेरी बहन पवित्रा मंडल खुलना शहर से पांच किलोमीटर दूर गांव छाचीबुनिया में रहती है। फोन पर उन्होंने बताया कि मंगलवार से गांव के बाहर की सड़कों पर कट्टरपंथी युवा हथियारों के साथ लगातार हिंसा मचा रहे हैं। उनके बेटे अपू मंडल के कार्यालय को मंगलवार को खुलना के पास जीरो पाइंट पर जला दिया गया। कई लोग मर गए। उनका बेटा ऑफिस नहीं गया। पवित्रा ने कहा कि गांव में हर हिंदू घर में दुबके हैं। सभी महिलाओं को समान जगह दी गई है। ग्रामीण लोग दिन-रात काम करते हैं।
थाने के बाहर लटका है ताला
वार्ड आठ निवासी प्रशांत विश्वास के बड़े भाई विनय विश्वास ने खुलना जिले के बोटिया गाटा थाने के गांव बयरभांगा से बताया कि खुलना शहर में भारी हिंसा हो रही है। बोटियागाटा में कोई प्रशासनिक निकाय नहीं है। बाहर से ताला लटका है। सुंदरपुर पुलिस में सुंदरपुर के तपन मंडल के चचेरे भाई पाईकगाछा के चारबांदा के मृणाल मंडल में है। उनका कहना था कि मुस्लिम टोपी पहनकर घर से निकलना होगा।
मुस्लिम साथियों ने दिया सुरक्षा का भरोसा
विनय विश्वास ने बताया कि बयरभांगा गांव के प्रधान को हिंसाचारियों ने मार डाला है। उन्होंने मुस्लिम और आवामी लीग का नेतृत्व किया था। वार्ड नौ के अमित विश्वास के तहेरे भाई जसोर जिले के हिदे इछामोती निवासी दिपांकर ने कहा कि अभी तक शांति है। गांववासी दिन-रात जागकर अपने परिजनों की देखभाल करते हैं। गांव के मुस्लिमों ने उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। विधान राय और उपजिला डाकोब के एमपी ननीगोपाल मंडल के घरों और संपत्ति को जला दिया गया है। दोनों आवामी लीग के कप्तान तीन दिन से गायब हैं।
