जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ की शासन स्तर पर हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शिक्षकों को अपने पूरे सेवा काल में एक बार गृह जिले में तैनाती का अवसर दिया जाएगा।
प्रदेश के प्रारंभिक शिक्षा से जुड़े शिक्षकों को पूरे सेवाकाल में एक बार गृह जिले में तैनाती का अवसर मिलेगा। इसके लिए उन्हें अंतरजनपदीय तबादले का लाभ दिया जाएगा। यह जानकारी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने दी। उन्होंने बताया कि सचिवालय में शिक्षा सचिव रविनाथ रामन के साथ हुई बैठक में इस पर सहमति बनी है।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि 20 सूत्रीय मांगों को लेकर शिक्षा सचिव के साथ चर्चा हुई। बैठक में यह भी तय हुआ कि विद्यालयी शिक्षा में पीआरटी, टीजीटी और पीजीटी की त्रिस्तरीय व्यवस्था लागू की जाएगी। वहीं, समग्र शिक्षा के अंतर्गत कार्यरत शिक्षकों के आहरण-वितरण अधिकारी उप शिक्षा अधिकारी होंगे, जैसा कि राज्य सेक्टर में व्यवस्था है।
वेतनमान की वसूली के मामले में जल्द फैसला
वहीं, प्रारंभिक शिक्षकों को तीसरी पदोन्नति स्वीकृत प्रधानाध्यापक पदों के उच्चीकरण के बाद वरिष्ठ प्रधानाध्यापक के रूप में दी जाएगी। इसके अलावा प्रारंभिक शिक्षा से जुड़ी खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए संकुल, ब्लॉक, जिला और राज्य स्तर पर धनराशि में वृद्धि की जाएगी। बैठक में यह भी तय हुआ कि 17140 वेतनमान की वसूली के मामलों पर जल्द निर्णय लिया जाएगा। साथ ही सातवें वेतनमान के तहत चयन प्रोन्नत वेतनमान पर एक अतिरिक्त वेतनवृद्धि देने का फैसला वित्त विभाग से परामर्श के बाद किया जाएगा।
2005 से पहले विज्ञप्ति वाले पुरानी पेंशन से वंचित शिक्षको को पुरानी पेंशन बहाली के लिए सरकार के स्तर से निर्णय लिया जाएगा। बैठक में संगठन के महामंत्री जगवीर खरोला, अपर सचिव एमएस सेमवाल, निदेशक अजय नौडियाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष उमेश चौहान, सुरेश प्रसाद भट्ट आदि मौजूद रहे।
