Uttarakhand Assembly Monsoon Session 2025: उत्तरकाशी के हर्षिल और धराली में आपदा से हुए भारी नुकसान को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा।
गैरसैंण (भराड़ीसैंण) की ग्रीष्मकालीन राजधानी में मंगलवार से शुरू होने जा रहे विधानसभा के मानसून सत्र में सरकार को भीतर और बाहर दोनों जगह कड़े सवालों का सामना करना पड़ सकता है। विपक्ष ने रणनीति बनाई है कि वह जनता से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ हाल की प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान, राहत-बचाव कार्यों और हाल ही में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गड़बड़ी के आरोपों को लेकर सरकार पर हमला बोलेगा।
उत्तरकाशी के हर्षिल और धराली में आई आपदा से हुए नुकसान को लेकर विपक्ष विशेष रूप से आक्रामक है। राज्य और केंद्र सरकार द्वारा राहत एवं बचाव अभियान चलाने के बावजूद विपक्ष का आरोप है कि प्रभावितों को पर्याप्त राहत नहीं मिल रही। उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली, पौड़ी गढ़वाल और हरिद्वार समेत कई जिलों में भारी बारिश, भूस्खलन, बाढ़ और जलभराव से हुई तबाही को देखते हुए विपक्ष सदन में तात्कालिक राहत पैकेज की मांग करेगा। इसके साथ ही विपक्ष की योजना सदन के बाहर धरना-प्रदर्शन करने की भी है।
आपदा के बाद विपक्ष त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। विपक्ष का आरोप है कि पंचायत चुनाव में धांधली हुई है और इसी वजह से वह राज्य निर्वाचन आयुक्त को तुरंत हटाने की मांग कर चुका है, यहां तक कि इस संबंध में राजभवन तक पहुंच चुका है। सत्र के दौरान विपक्ष इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेगा। खासकर नैनीताल जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में कथित गड़बड़ी को लेकर नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस विधायक कड़े तेवर दिखा रहे हैं।
इस मामले में नेता प्रतिपक्ष और कुछ कांग्रेस नेताओं पर मुकदमा दर्ज होने से विपक्षी दलों में रोष है। वे इस मुद्दे को सदन के अंदर और बाहर जोरशोर से उठाने की तैयारी में हैं। इसके साथ ही विपक्ष बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, सड़क, पानी, बिजली और अन्य बुनियादी सुविधाओं से जुड़े सवालों पर भी सरकार को कटघरे में खड़ा करेगा। विपक्ष का यह भी कहना है कि सरकार ग्रीष्मकालीन राजधानी की उपेक्षा कर रही है, जिस पर भी वह सत्र में सवाल उठाएगा।
सरकार भी पलटवार को तैयार
विधानसभा सत्र के दौरान विपक्ष के हमलावर रुख को भांपते हुए सत्तापक्ष ने पलटवार की तैयारी कर ली है। आपदा के मुद्दे पर सरकार ने राहत एवं बचाव कार्यों का ब्योरा तैयार कर लिया है, जिसे सदन में रखा जाएगा। सीएम धराली आपदा के बाद तत्काल उठाए गए कदमों की जानकारी सदन में रख सकते हैं। राज्य के विभिन्न इलाकों में आई आपदा में शासन और जिला प्रशासन की ओर से किए गए राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी मुख्यमंत्री रख सकते हैं। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कथित धांधली के मुद्दे पर भी सरकार विपक्ष पर पलटवार करेगी।
संसदीय कार्यमंत्री के तौर पर सुबोध की परीक्षा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल को संसदीय कार्यमंत्री का दायित्व सौंपा है। सत्र के दौरान सुबोध उनियाल के कौशल और धैर्य की भी परीक्षा होगी। उन्हें न सिर्फ विपक्षी हमलों के खिलाफ सरकार की ढाल बनना है बल्कि विपक्ष के सवालों और तर्कों की काट भी तलाशनी होगी। इसलिए सत्तापक्ष ही नहीं विपक्ष की निगाह भी उनियाल पर होगी।
