प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह से मिले मुख्यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी, उत्‍तराखंड के विकास कार्यों पर हुई चर्चा

Politics Uttarakhand

प्रदेश में मुख्यमंत्री का पद दोबारा संभालने के बाद पहली बार दिल्ली पहुंचे पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट की। उत्तराखंड के विकास को डबल इंजन के रूप में केंद्र सरकार से मिल रहे सहयोग के लिए आभार जताने के साथ ही धामी ने जीएसटी प्रतिपूर्ति की अवधि बढ़ाने की पैरवी की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पास सीमित वित्तीय संसाधन हैं। लिहाजा जीएसटी प्रतिपूर्ति की अवधि बढ़ाई जाए, ताकि राज्य को कर के रूप में मिलने वाली आय में नुकसान न उठाना पड़े। नवीनतम तकनीकी व वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देने को भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (आइआइएसईआर) की स्थापना का अनुरोध उन्होंने प्रधानमंत्री से किया। साथ ही फार्मास्युटिकल उद्योग के विकास को नेशनल इंस्टीट्यूट आफ फार्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (एनआइपीईआर) की स्थापना की मांग भी की।

बागवानी को 2000 करोड़ का पैकेज:
मुख्यमंत्री धामी ने प्रदेश में बागवानी की अपार संभावनाओं को देखते हुए प्रधानमंत्री से कश्मीर की तर्ज पर 2000 करोड़ रुपये का पैकेज देने पर जोर दिया। टीएचडीसी की अंशधारिता में उत्तरप्रदेश के अंश को उत्तराखंड को हस्तांतरित करने को न्यायालय से बाहर सौहार्दपूर्ण समाधान के लिए केंद्र्र सरकार की विशेष पहल का अनुरोध भी किया। चार धाम की तर्ज कुमाऊं मंडल के पौराणिक स्थलों व मंदिरों को तीर्थाटन से जोडऩे के लिए मानसखंड मंदिर माला मिशन की स्वीकृति और पिथौरागढ़ में एयरस्ट्रिप से हवाई सेवाओं के संचालन की अनुमति भी उन्होंने मांगी।

ऋषिकेश में खुले आयुर्वेद संस्थान:
मुख्यमंत्री ने बताया कि ऋषिकेश-उत्तरकाशी रेललाइन के निर्माण को अंतिम लोकेशन सर्वे के बाद डीपीआर रेल मंत्रालय तैयार कर चुका है। ऋषिकेश-डोईवाला रेलवे ट्रेक के निर्माण और देहरादून रेलवे स्टेशन को हर्रावाला स्थानांतरित करने की अनुमति देने का अनुरोध उन्होंने किया। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश सांस्कृतिक, आध्यात्मिक, योग व आयुर्वेदिक चिकित्सा में प्रसिद्ध है। यहां अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान की स्थापना से आयुष पद्धति को बढ़ावा मिलेगा।

तीन टनल को मिले स्वीकृति:
धामी ने कहा कि पिथौरागढ़ जिले में जौलिंगकांग के मध्य पांच किमी टनल और बेदांग से गो व सिपु तक 20 किमी सड़क मार्ग का निर्माण करने से तवाघाट से बेदांग तक मार्ग जुड़ जाएगा। इससे जौलिंगकांग और बेदांग की दूरी 161 किमी कम हो जाएगी। सिपु से तोला के बीच करीब 22 किमी टनल के निर्माण से दारमा घाटी और जोहर घाटी एकदूसरे से जुड़ जाएंगी। मिलम से लप्थल तक 30 किमी टनल बनने से पिथौरागढ़ की जोहार घाटी व चमोली जिले का लप्थल मोटर मार्ग से जोड़ा जा सकता है। उन्होंने इन तीनों टनल के निर्माण को स्वीकृति देने का अनुरोध भी प्रधानमंत्री से किया।

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