मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि किच्छा तहसील के अंतर्गत एक हजार एकड़ में विकसित होने वाले अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक गलियारे में लगभग 7500 करोड़ का प्रत्यक्ष निवेश और 20 हजार रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस परियोजना के लिए स्पेशल पर्पज व्हीकल (एसपीवी) का गठन किया जा चुका है। इसके साथ ही पर्यावरणीय अनुमति, शेयर होल्डर एग्रीमेंट, स्टेट सपोर्ट एग्रीमेंट, भूजल अनुमति एवं सीडा द्वारा मानचित्र के अनुमोदन की कार्यवाही की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में आयोजित राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारे के विकास और क्रियान्वयन ट्रस्ट की शीर्ष निगरानी प्राधिकरण की दूसरी बैठक में वर्चुअल माध्यम से प्रतिभाग किया। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों के संपन्न होने के बाद सरकार यह परियोजना प्रारंभ करने की स्थिति में है।
राज्य सरकार ने एसपीवी को भूमि लीज पर देने के लिए सिडकुल को उपलब्ध करा दी है। अवस्थापना कार्यों के लिए यूपीसीएल और सिंचाई विभाग से डीपीआर बनाई गई है। भारत सरकार से एसपीवी का अंश, यानी 410 करोड़ मिलने से सभी अवस्थापना कार्य समयबद्ध तरीके से पूर्ण किए जाएंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से एसपीवी का अंश देने के साथ ही प्रदेश की भौगोलिक परिस्थितियों के मद्देनजर औद्योगिक प्रोत्साहन योजना को विस्तार देने का भी अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस परियोजना को आर्थिक केंद्र बनाते हुए लगभग तीन हजार एकड़ ग्रीन फील्ड सिटी बनाने की परियोजना पर कार्य कर रही है। इस क्षेत्र में एम्स का सेटेलाइट सेंटर, किच्छा डिग्री कालेज, बस अड्डा बनाने का कार्य भी शुरू हो गया है और सड़क चौड़ीकरण के प्रथम चरण का कार्य पूर्ण हो चुका है। यहां से 15 मिनट की दूरी पर पंतनगर एयरपोर्ट है, इसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट बनाने की योजना अंतिम चरण में है। सरकार योजनाबद्ध तरीके से क्षेत्र के सर्वांगीण विकास पर कार्य कर रही है।
बैठक में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल के अलावा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री व नीति आयोग की अध्यक्ष सुमन बेरी समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।