देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को जनपद चमोली में भारत चीन सीमा से सटी सेना की अग्रिम चौकी माणा वैस्ट कैंप तथा औली में तैनात सेना, आईटीबीपी व बीआरओ के जवानों के साथ दशहरा मनाया। सेना के जवानों से संवाद करते हुए रक्षा मंत्री ने औली में शस्त्र पूजा भी की।
सेना के जवानों को दशहरे की शुभकामनाएं देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने सदैव अपने अदम्य साहस, शौर्य एवं बलिदान से देशवासियों का सिर गर्व से ऊंचा किया है। देश की सुरक्षा में सीमा की हिफाजत के साथ ही प्राकृतिक आपदा की घड़ी में लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाने और आतंरिक सुरक्षा के खतरों से निपटने में हमारे सैनिक बहु आयामी भूमिका निभाते हैं। हमारे सैनिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसमी परिस्थितियों के बावजूद बहादुरी से अपना कर्तव्य निभाते है। उन्होंने कहा कि सेना के जवानों से भेंट करके उन्हें हमेशा गर्व होता है। इसलिए दशहरा पर्व के मौके पर वे सैनिकों के साथ खुशियां बांटने यहां आए है।
औली में जवानों के साथ शस्त्र पूजा करते हुए उन्होंने कहा कि भारत अकेला देश है जहां शास्त्रों के साथ शस्त्रों की भी पूजा होती है। देश की सेना व पैरा मिलिट्री हमारी शान, हमारा भरोसा है। हमारे जवानों के कारण हमारा देश सुरक्षित है। दुनिया में उत्कृष्ट सेनाओं में भारत की गिनती होती है। शस्त्र पूजा के दौरान सेनाध्यक्ष मनोज पाण्डे, ले0ज0 योगेन्द्र डिमरी, ले0ज0 पी मैथ्यू सहित आर्मी तथा आईटीबीपी के जवान मौजूद रहे।
माणापास की अग्रिम चौकियों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद रक्षा मंत्री बद्रीनाथ धाम पहुॅचें और भगवान बद्री विशाल के दर्शन व पूजा कर देश की सुख समृद्धि व खुशहाली के लिए प्रार्थना की। इस दौरान उन्होंने श्रद्वालुओं एवं जनता का अभिवादन भी किया। मंदिर परिसर में मंदिर समिति एवं तीर्थपुरोहितों ने अंगवस्त्र, तुलसी माला एवं प्रसाद भेंट करते हुए रक्षामंत्री का स्वागत किया।
इस दौरान जिलाधिकारी हिमांशु खुराना, पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, एडीएम डा.अभिषेक त्रिपाठी सहित सेना, आईटीबीपी, बीआरओ के वरिष्ठ अधिकारी व सैनिक मौजूद रहे।

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